“सुकूँ” ~अरशफा
रंज = शिकायत शिकस्त = हार सुकूँ = शान्ति मयस्सर = हासिल
रंज रख कर दिल में अब और न जिया जाए गा, तंज़ किसी ज़ुबान का अब और न सहा जाए गा। * वो बरसते हुए…
अख़लाक = शिष्टाचार/courtesy एहतराम = आदर/respect उन्स = लगाव, दोस्ती/attachment friendship बे-हिसी = असंवेदनशीलता/insensitivity गिले = शिकायतें/complaints
लिखने दो कोई कहानी बारिश की बूँदों को, काँच की इन खिड़कियों पे। एहसास पहचान ना ले देख ना ले कोई तुम को, डाल दो…
ख्वाबों की उड़ान तूने देखी नहीं अभी, बे-पर की परी शायद देखी नहीं कभी। मौजें जो बहर से उठती हैं बहर में समा जाती हैं,…
बड़ी भीड़ थी उन राहों पे, सो लिया रास्ता मैंने सब से अलग। ~~ मेरे लफ्ज़ वो समझे नहीं, कुछ खफा हुए, कुछ मुकर गए,…
चाँद तारों को तोड़ना नहीं बस सूरज की राह देख रही हूँ, ख्वाब बहोत सजा लिए ताबीर होने की राह देख रही हूँ, गुफ्तगू में…