“वो लम्हे” ~अरशफा
रंग देते हैं हर इक लफ़्ज़ मेरा हर साँस मेरी महकाते हैं, वो उल्फ़त के लम्हे कम ही सही पर जान मेरी बन जाते हैं…
रंग देते हैं हर इक लफ़्ज़ मेरा हर साँस मेरी महकाते हैं, वो उल्फ़त के लम्हे कम ही सही पर जान मेरी बन जाते हैं…
गुमशुदा से हो गए हैं कोई तो ढूँढ ले हमें, ऐसा हसीन नाम दे जो कर मशहूर दे हमें । *रातों को उठ-उठ कर चाँद…
कुछ ईंटों के जवाब पत्थरों में छिपे होते हैं , कुछ चाहतों के जवाब फूलों में छिपे होते हैं । तुम गुलशन में जाओ तो…
रंज रख कर दिल में अब और न जिया जाए गा, तंज़ किसी ज़ुबान का अब और न सहा जाए गा। * वो बरसते हुए…
अख़लाक = शिष्टाचार/courtesy एहतराम = आदर/respect उन्स = लगाव, दोस्ती/attachment friendship बे-हिसी = असंवेदनशीलता/insensitivity गिले = शिकायतें/complaints
लिखने दो कोई कहानी बारिश की बूँदों को, काँच की इन खिड़कियों पे। एहसास पहचान ना ले देख ना ले कोई तुम को, डाल दो…
ख्वाबों की उड़ान तूने देखी नहीं अभी, बे-पर की परी शायद देखी नहीं कभी। मौजें जो बहर से उठती हैं बहर में समा जाती हैं,…