Share to Spread Love
दिल,
तू कितनी बार टूटेगा ?!
हर मोड़ पे अटक तू जाता है,
हर बात पे चटक तू जाता है,
मुझे और भी कई काम हैं
तू कितनी बार टूटेगा ?!
❤️🩹
तू अकेला है, ये जान ले,
ये हक़ीक़त गिरह बांध ले,
ख़ुशियों की मानिंद
गम भी आते-जाते हैं,
अपने-पराए सभी छूट जाते हैं,
हर लम्हा पसर तू जाता है,
हर एहसास पे अकड़ तू जाता है,
मुझे और भी कई काम हैं,
तू कितनी बार रूठेगा ?!
दिल,
तू कितनी बार टूटेगा ?!
❤️🩹